भक्त श्रद्धालु, शिष्यों ने भावभीनी श्रद्धांजलि की अर्पित
प्रदीप साहू, Khategaon News: मध्य प्रदेश की जीवनदायनी मां नर्मदा के पावन उत्तर तट राजौर में मां नर्मदा मंदिर की स्थापना में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करने वाले, क्षेत्र में लगातार यज्ञ की श्रृंखला को अनवरत जारी रखने वाले मां नर्मदा के परम भक्त 1008 संत श्री रामचंद्र दास मोनी बाबा मां नर्मदा मंदिर राजौर मंगलवार को ब्रह्मलीन हो गए। Also Read: Khategaon News: श्री श्री राधा बृज सुंदर इस्कॉन मंदिर का भूमिपूजन, नगर वासियों में छाया हर्षोल्लास, नगर व क्षेत्र को मिल रही अनुपम सौगात
प्रातः 9:00 बजे मोनी बाबा ने जैसे ही अपना शरीर छोड़ा भक्त जनों को बाबा के ब्रह्मलीन की खबर मिलते ही क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई देखते ही देखते नर्मदा मंदिर पर मोनी बाबा के भक्त एवं बाबा से जुड़े ग्रामवासी श्रद्धालु आसपास के ग्रामीण अंचल से पहुंचे और बाबा के अंतिम दर्शन किए। नर्मदा मंदिर से बाबा की शव यात्रा निकल गई शव यात्रा में बाबा के भक्त विभिन्न स्थानों से पहुंचे और बाबा को पुष्प अर्पित कर बाबा के अंतिम दर्शन किए श्रद्धांजलि अर्पित की।
शव यात्रा में दूर-दूर से पहुंचे श्रद्धालुओं ने नारायण नाम का कीर्तन किया। राजौर तट पर मौनी बाबा पंचतत्व में विलीन हुए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने बाबा को प्रणाम कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मौनी बाबा ने अंचल में लागातार यज्ञ की परंपरा का निर्वहन किया और क्षेत्र में 79 यज्ञ संपन्न कराये। लगातार 100 यज्ञ का संकल्प बाबा का था ऐसा भक्तों ने बताया।
बाबा के संकल्प को पूरा करने के लिए दादाजी धूनी वाला दरबार शामला हिल्स भोपाल के साधक संत दादा भाई ने ग्राम वासियों के सहयोग से शिष्य परिवार के साथ देश-विदेश में होने वाले शत चंडी यज्ञ के शुभारंभ के लिए मां नर्मदा के तट की घोषणा की और कहा कि यज्ञ की परंपरा को क्षेत्र में बनाए रखने का कार्य मोनी बाबा की स्मृति में किया जाएगा नर्मदा मंदिर राजौर तट पर भी यज्ञ किया जाएगा।