Khategaon News: 101 वर्ष से जागृत अखंड यज्ञ विधि में शतचंडी महा रूद्र यज्ञ अष्टमी को होगी पूर्णाहुति
देवी स्वरूपा सैकड़ो कन्याओं का किया पूजन कराया भोजन
प्रदीप साहू, Khategaon News: देवी शक्ति का पर्व नवरात्रि में अष्टमी के दिन विशेष पूजन अर्चन के साथ मां जगदंबे की आराधना की गई। अष्टमी पर मां दुर्गा की आराधना में मंदिरों में उमड़ा आस्था का जन सैलाब साधक संत दादाभाई के सानिध्य में दादाजी आश्रम परिसर में कन्याओं का पूजन कर कन्या भोजन का आयोजन किया गया, बड़ी संख्या में दुर्गा स्वरूपा कन्या आश्रम परिसर पहुंची जहां माता जी की चुनरी उड़कर साधक संत दादा भाई ने पूजन किया।
दादाजी धूनीवाले के दरबार में 203 बा शतचंडी महारुद्र यज्ञ का आयोजन अनुष्ठान किया जा रहा है। 9 दिनों तक चलने वाले शतचंडी महारुद्र यज्ञ के विशेष अनुष्ठान में सवा लाख आहुतियां दी जा रही है। ओर शत चंडी यज्ञ के 108 पाठ किये जा रहे हैं। दादाजी धूनीवाले दरबार शामला हिल्स भोपाल के साधक संत गुरुदेव दादाभाई ने बताया कि आश्रम परिसर में अखंड यज्ञवेदी है जहां पर 1922, 1923 से लगातार अग्नि प्रचलित हो रही है। इस यज्ञवेदी में अग्नि को जागृत रखने वाले दादाजी धूनीवाले के शिष्य ज्योतिष वेदांताचार्य स्वामी रामस्वरूप बड़े दादाजी ने हवन कुंड को जागृत रखा था।
उसके बाद उन्होंने अपने शिष्यों को स्थान की जानकारी दी उन्होंने बताया कि यहां पर दादाजी धूनी वाले की गादी और उनके शिष्य की गादी विद्यमान है। आश्रम परिसर में वर्तमान समय में भी आध्यात्मिक अनुभूतियां होती है। अखंड यज्ञ वेदी को 101 वर्ष हो गए हैं जहां पर चैत्र एवं शारदीय नवरात्र में सवा लाख आहुतियां प्रदान की जाती है और दोनों ही नवरात्रि में शतचंडी महारुद्र यज्ञ होता है। शुक्रवार को आश्रम परिसर में यज्ञ की पूर्ण होती के साथ भंडारे का आयोजन होगा।