अतिक्रमण कार्यवाही से प्रभावित परिवारों को मिले न्याय रखी मांग, लिखित आश्वासन के बाद धरना आंदोलन समाप्त
प्रदीप साहू, Khategaon Ki News: बारिश के मौसम में वन विभाग के द्वारा बड़ी संख्या में खिवनी अभयारण्य में आदिवासियों को किया घर से बेघर। विरोध स्वरूप अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के 5 दिन बाद शुक्रवार को खातेगांव नगर में मध्य प्रदेश के कोने-कोने से बड़ी संख्या में सुबह से ही पहुंचे आदिवासी भाइयों का जन सैलाब दोपहर तक हजारों की संख्या में तब्दील हो गया। खिवनी अभयारण्य में बरसों से रह रहे है सैकड़ो की संख्या में आदिवासियों को वन विभाग के खिवनी अभयारण्य के अधिकारी कर्मचारियों ने अतिक्रमण हटाकर घर से बेघर किया था।

वे सभी आदिवासी परिवार अपने छोटे-छोटे मासूम बच्चों एवं महिलाओं को लेकर शुक्रवार को खातेगांव डाक बंगला मैदान पहुंचे। खिवनी अभयारण्य के जंगल में अतिक्रमण हटाने से प्रभावित परिवारों के समर्थन में खातेगांव डाक बंगला मैदान पर आदिवासियों ने धरना प्रदर्शन किया इस अवसर पर रामदेव ककोडिया, राहुल इनानिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने धरना आंदोलन को संबोधित करते हुए कहां की खिवनी अभयारण्य से जिन आदिवासी भाइयों को प्रभावित किया है उनके मकान तोड़े हैं उन्हें तत्काल टीन सेट बनाकर दिया जाए ,वहीं उस मार्ग तक पहुंचने के लिए सड़क का निर्माण किया जाए, प्रभावित परिवारों को शीघ्र ही पट्टे उपलब्ध कराये, प्रभावित परिवारों को शीघ्र प्रधानमंत्री आवास प्रदान किया जाए, वन विभाग के जो अधिकारी इस कार्रवाई में शामिल थे उन पर सख्त कार्रवाई की जाए, इत्यादि मांगों को पूरा किया जाये। यदि सरकार में थोड़ी सी भी नैतिकता है तो आदिवासी भाइयों को तुरंत पट्टे उपलब्ध कराये, प्रभावित परिवारों के समर्थन में हम उनकी लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर साथ है।
रामदेव काकोड़िया ने कहां कि आदिवासियों के साथ हुए अन्याय के लिए हम संघर्ष कर रहे हैं हमारी आवाज को सुनने के लिए कलेक्टर एसपी को भी जंगल में आना पड़ा हम पीड़ित परिवार के साथ अंतिम सांस तक लड़ेंगे और यदि शान हमारी मांग नहीं मानेंगे तो यहां संघर्ष आगे भी जारी रहेगा। बड़ी संख्या में आदिवासियों ने डाक बंगला मैदान से अजनास रोड,तीन बत्ती चौराहा,बस स्टैंड, अस्पताल चौराहा से एक रैली निकाल कर पुनः डाक बंगला मैदान पहुंचे, जहां देवास एडीएम, एसडीएम प्रिया चंद्रावल,एसडीओपी आदित्य तिवारी, खातेगांव,कन्नौद विक्रांत झंझोट तहजीब काजी थाना प्रभारी धरना स्थल पर पहुंचे जहां आदिवासियों की मांगों को अधिकारियों के समक्ष उन्होंने बताया इन सभी मांगों को पूरा करने के लिए अधिकारियों से लिखित में लिया गया उसके पश्चात धरना आंदोलन समाप्त हुआ। शासन प्रशासन की ओर से बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद था।