गुरु की आज्ञा का पालन ही उत्तम साधन है: साधक संत दादाभाई
खातेगांव से प्रदीप साहू, Khategaon Ki News: दादाजी परहित सेवा संस्थान खातेगांव के द्वारा दादाजी धूनी वाला दरबार शामला हिल्स भोपाल के साधक संत दादाभाई के सानिध्य में रवि वाटिका परिसर में एक बैठक आयोजित की गई । बैठक की अध्यक्षता नगर परिषद अध्यक्ष सारिका नरेंद्र चौधरी ने की। बैठक में मुख्य रूप से निलेश जोशी पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष, विधायक प्रतिनिधि नरेंद्र चौधरी डॉक्टर अंकित तिवारी, पार्षद गोविंद गोरा संतोष शर्मा उपस्थित थे।
इस अवसर पर दादाजी सेवा भक्त मंडल के समस्त भक्त शिष्य परिवार ने अतिथियों का स्वागत किया। जानकारी देते हुए दादाजी पर हित सेवा संस्थान के रवि शर्मा ने बताया कि गुरुदेव दादा भाई के सानिध्य में 26 मई बट सावित्री अमावस्या को मां नर्मदा के नाभि तीर्थ क्षेत्र में गुरुदेव के बताएं मार्ग पर चलते हुए बट वृक्ष का रोपण किया जाएगा।
प्रदीप साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि रेवा तट के संतों में सिरमौर शिव अवतारी दादाजी धूनीवाले श्री क्षेत्र साई खेड़ा से खंडवा पथ यात्रा के दौरान बोरास होते हुए नेमावर बड़वाह होते हुए उज्जैन इत्यादि यात्रा मार्ग पर एवं मां नर्मदा के तत्वों पर दादाजी धूनीवाले अपने भक्त शिष्य परिवार के साथ पड़ाव करते थे, उन स्थानों में दादा भाई के सानिध्य में बट वृक्ष बट अमावस्या के दिन से मां नर्मदा के नाभि तीर्थ क्षेत्र नाभिक कुंड को केंद्र बिंदु मानते हुए पौधारोपण का शुभारंभ करेंगे। का श्री सिंदूक साई खेड़ा वा नर्मदा किनारे जहां तटों पर वटवृक्ष,पंच बल्व वाला आम, पीपल ,पंच पल्लव इत्यादि पौधों का रोपण होगा।
बैठक में विभिन्न विषयों पर चर्चा करते हुए पूनम बिश्नोई, रामदयाल रावडिया, शैलेश गंगराड़े, अमृतलाल बागबान सुनील अग्रवाल, किशोर दुबे, ने बताया कि दादाजी पर हित सेवा संस्थान का प्रतिनिधिमंडल धर्म ध्वज यात्रा के परोक्ष में नर्मदा जी के सिर श्री सिंदूर साईं खेडा से लेकर खंडवा तक मां नर्मदा के किनारे, प्रतिनिधि दादाजी पर सेवा संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर अनंत नारायण की अध्यक्षता में श्री दादाजी के साई खेड़ा से खंडवा समाधि स्थल तक आध्यात्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ सनातन धर्मलंबियों के धर्म जागरण का प्रतिनिधित्व प्रथक प्रथक संचालन करेगा, इसका केंद्र बिंदु खातेगांव नेमावर होगा जिसका शुभारंभ 26 मई वट सावित्री अमावस्या से मध्य प्रदेश का राष्ट्रीय वृक्ष को दादाजी के पथ मार्ग में जहां-जहां श्री दादाजी ने अपने भक्त शिष्य परिवार के साथ पढ़ाव किया था वहां पर पंच पल्लव रोपित किए जाएंगे। दादाजी परहित सेवा संस्थान के सदस्य उक्त स्थलों का निरीक्षण स्थानीय लोगों के साथ करेंगे।